आशाग्राम ट्रस्ट की पहचान समग्र दिव्यांगता पुनर्वास के क्षेत्र में कार्य करने के लिए राष्ट्रीय स्तर तक जानी-पहचानी जाती है जिसमें मुख्यतः वर्ष 1989 में दिव्यांगजनों हेतु आवश्यक कृत्रिम अंग उपकरण निर्माण इकाई जैसे प्रकल्प जनजातीय बाहुल्य जिले में स्थापित करना अपने आप में एक कठौर साधना के समान है जिसे ट्रस्ट ने चुनौती के रूप में स्वीकार कर दिव्यांगजन हितार्थ निर्माण इकाई की स्थापना की तथा मोबाईल युनिट के माध्यम से प्रदेश भर में मौके पर ही दिव्यांगजनों को चलित इकाई के माध्यम से कृत्रिम अंग/उपकरण निर्मित कर मौके पर ही शिविरों के माध्यम से प्रदान किये जाते रहे हैं। इसी उत्कृष्ट सेवाओं को तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित भी किया जा चुका है वहीं वर्ष 2013 में मध्य प्रदेश शासन के द्वारा जन अभियान परिषद म.प्र. के द्वारा “प्रदेश की प्रथम उत्कृष्ट स्वैच्छिक संगठन” से भी सम्मानित किया गया है। कलेक्टर श्री वर्मा ने ट्रस्ट के इस सेवा प्रकल्प को वृहद स्तर पर दिव्यांगजन हितार्थ संचालित करने के लिए ट्रस्ट की निजी जमीन पर अनापत्ति लेकर केन्द्र सरकार एवं म.प्र. शासन समन्वय से जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र परिसर में ही स्थापित किया गया है जिसे प्रदेश के आदर्श जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र के रूप में स्थापित करने के लिए प्रयास जारी है।