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शिवकुंज पर्यावरण पाठशाला

३५ एकड़ में फैली है शिव कुंज की पर्यावरणीय पाठशाला

पर्यावरण संरक्षण के लिए कलेक्टर श्री शिवराजसिंह वर्मा जी के नेतृत्व में जन सहयोग से रचित पर्यावरणीय पाठशाला अब पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो चुकी है। पहाड़ी पर 30,000 पौधे ड्रिप इरिगेशन सिस्टम से सिंचित होकर सुरक्षा पा रहे हैं।

बड़वानी शहर से लगी हुई 35 एकड़ की एक पहाड़ी जो बड़वानी के समीप होते हुए भी गिने चुने वृक्षों से ही जानी पहचानी जाती थी लेकिन इस पहाड़ी पर विराजित 55 फुट के विशाल पंचमुखी हनुमान जी जिले ही नहीं अपितु दूर-दूर तक जाने पहचाने जाते हैं तथा जिनके दर्शन करने के लिए लोग पहाड़ी के घुमावदार रास्ते से पहुंचते थे जो कि पहाड़ी पर पहुंचने का एकमात्र रास्ता था।

संयोग से यह पहाड़ी प्रदेश की जानी-मानी संस्था आशाग्राम ट्रस्ट के कैंपस से लगी हुई है तथा संस्था का अपना 100 बिस्तरों वाला सुसज्जित चिकित्सालय भी है जो वर्ष 2016 से बन्द पड़ा हुआ था जिसे कोरोना की दूसरी लहर की व्यापकता को देखते हुए कलेक्टर श्री शिवराजसिंह वर्मा के द्वारा तैयार कर कोरोना काल में पुनः प्रारंभ कर 200 बेड की व्यवस्था कोरोना मरीजों के लिए सुनिश्चित की तथा इसी दौरान उन्होंने पहाड़ी पर विराजे श्री हनुमानजी से सभी के स्वास्थ्य के लिए तथा जिले ही नहीं अपितु पूरे देश के लिए कोरोना मुक्ति की प्रार्थना की। इसी दौरान उन्होंने बंजर पहाड़ी पर भी भ्रमण कर पहाड़ी का अवलोकन किया तथा उसी दिन से यह संकल्प लिया की कोरोना काल से सुरक्षित निकलने के बाद सबसे पहले इस पहाड़ी को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करेंगे।

सौभाग्य से इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के द्वारा अंकुर अभियान अंतर्गत वृहद वृक्षारोपण की शुरुआत की जिसे तत्काल बड़वानी कलेक्टर ने आशाग्राम स्थित शिव कुंज पहाड़ी पर वृहद वृक्षारोपण की पहल के रूप में परिवर्तित करने के लिए बड़वानी के एस.डी.एम. श्री घनश्याम धनगर के संयोजन में टीम गठित कर वृहद वृक्षारोपण की पहल प्रारंभ कर दी। 35 एकड़ की पहाड़ी पर टीम शिव कुंज रात दिन काम में जुट गई जिसमें 30 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया। जिसे मूर्त रूप देने के लिए जेसीबी, पोकलेन, मेन पावर, श्रमदान सभी का संयोजन कर गड्ढे खोदे गए जिसमें काली मिट्टी एवं जैविक खाद भी डालना सुनिश्चित किया गया।

वृक्षों की सुरक्षा के लिए पूरी पहाड़ी पर तार फेंसिंग किया गया व फेंसिंग के पास खंती का निर्माण कर बांस के पौधे लगाकर हरियाली एवं जल संरक्षण का समन्वय किया गया। वहीं नगरपालिका के फिल्टर प्लांट से निकले वेस्ट वाटर को बेस्ट बनाकर सभी पौधों तक नियमित पानी पहुंचाने के लिए 70 हजार लीटर की छमता वाली दो विशाल पानी की टंकियां निर्मित की गई तथा ड्रिप सिस्टम से हर एक पौधे के सिंचाई की व्यवस्था सुनिश्चित की गई।

जन सहयोग से रचित शिव कुंज पर्यावरण पाठशाला के स्वरूप में परिवर्तित होकर जिले के प्रभारी मंत्री श्री हरदीप सिंहजी डंग बड़वानी खरगोन लोकसभा सांसद श्री गजेंद्रसिंहजी पटेल राज्यसभा सांसद डॉ सुमेरसिंहजी सोलंकी एवं बड़वानी कलेक्टर श्री शिवराजसिंहजी वर्मा के साथ विशाल जनसमूह की उपस्थिति में 8 अगस्त 2021 हरियाली अमावस्या के दिन वृहद वृक्षारोपण जन सहयोग से किया गया। एक ही दिन में 30 हजार पौधे लगाने का कीर्तिमान अपने आप में जिले के लिए गौरव बन गया। वृक्षारोपण के बाद पर्यटको के आवागमन को सुगम बनाने के लिए पहाडी पर निचले स्तर एवं पहाड़ी के ऊपरी छोर पर दो पाथवे का निर्माण किया गया। बाय पास से आशाग्राम तक पहुंचने वाले मुख्य मार्ग पर डामरीकरण करवा कर सुंदर स्वागत द्वार भी बनाया गया। वही सैलानियों के लिए सन सेट एवं सनराइज प्वाइंट बनाए गए जो कि बांस की सुंदर हट्स के रूप में निर्मित किए गऐ। पहाड़ी से मां नर्मदा के प्रत्यक्ष दर्शन को ध्यान में रखते हुए स्थान सुनिश्चित किया गया तथा पर्यटकों के साथ आने वाले नन्हे-मुन्ने बच्चों के लिए शिव कुंज के दोनों छोर पूर्व एवं पश्चिम में चिल्ड्रंस पार्क भी विकसित किये गये जिसमें विभिन्न प्रकार के झूले लगाए गए।

संगीत साधकों के लिए विशाल प्रतिमा के समीप ही मुक्ताकाश मंच स्थापित किया गया वही अनुभव के सागर वृद्धजनों के विचारों के लिए बौद्धिक मंच भी बनाया गया। प्रातः काल पहाड़ी पर आने वाले लोगों के लिए ओपन जिम एवं सुंदर गार्डन भी मॉर्निंग वॉक के लिए तैयार किए गए। वही सहज योग साधकों के लिए कैबिनेट मंत्री प्रेमसिंहजी पटेल के आर्थिक सहयोग से 1800 वर्गफिट का योग साधना केन्द्र भी निर्मित हो गया है। जहां विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। कलेक्टर श्री शिवराजसिंह वर्मा के द्वारा यहां आने वाले पर्यटकों के लिए कैफिटेरिया भी तैयार करवाया गया। वहीं सेव द अर्थ का स्टेचू तैयार कर आने वाले लोगों को पर्यावरण संरक्षण से पृथ्वी का संरक्षण का संदेश देने की स्थाई प्रतिकृति बनाई गई। पर्यावरण पाठशाला में आगंतुकों को परिवार के साथ सुकून के पल बिताने के लिए फूलों की घाटी तैयार की गई जिसे फ्लावर वैली का नाम दिया गया।

पहाड़ी के पूर्वी छोर पर शिव कुंज में महा आदियोगी की 30 फुट की प्रतिमा स्थापित की गई है जो ध्यान से समाधान का संदेश दे रही है। प्रतिमा खण्डवा-बड़ौदा बायपास से स्पष्ट देखी जा सकती है। मुख्यमंत्रीजी के अंकुर अभियान को जिले में मिले प्रतिसाद के कारण तथा पर्यावरण प्रेमी कलेक्टर श्री शिवराजसिंहजी वर्मा की जन पहल साकार हुई है। वही बड़वानी जिले में एक पर्यटन स्थल भी विकसित हुआ है। यहां पहाड़ी पर नवाचारी पहल को साकार रूप में प्रत्यक्ष देखा जा सकता है। शिव कुंज पर नवनिर्मित ओपन मंच राइजिंग बड़वानी का संदेश दे रहा है। त्याग एवं मर्यादा की प्रतिमूर्ति श्री राम की प्रतिमा भी शिवकुंज पर ले रही है आकार।

वही वृक्षों की अंधाधुंध कटाई रोकने एवं वृक्षों के प्रति मानवीय संवेदना को जगाने के लिए वनदेवी की प्रतिमा निर्मित कर दिया जा रहा है जो वृक्षों के संरक्षण का संदेश दे रही है। कलेक्टर श्री शिवराजसिंहजी वर्मा के नेतृत्व में शिव कुंज पर्यावरण पाठशाला, पर्यावरण प्रेमियों के लिए तथा पर्यटकों के लिए सरल, सुगम एवं सुरक्षित पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो गया है। जो बड़वानी जिलेवासियों के लिए एक सौगात है। शिव कुंज पर्यावरणीय पाठशाला के माध्यम से जल संरक्षण पर्यावरण संरक्षण एवं ऊर्जा संरक्षण का सुंदर समन्वय देखने को मिलता है। यहां सौर ऊर्जा का भरपूर उपयोग कर रात्रि में भी शिवकुंज को दूधिया रोशनी से जगमग बना दिया है।